शहर क़ाज़ी की अध्यक्षा में हुए इमामों व सामाजिक संगठनों की मीटिंग…

शहर क़ाज़ी की अध्यक्षा में हुए इमामों व सामाजिक संगठनों की मीटिंग…

बॉबी देहरादून

विगत दिवस एक मदरसे का निरीक्षण करने पहुंची राज्य बाल संरक्षक आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ओर उनकी टीम की और से जूते पहने हुए ही मस्जिद में प्रवेश करने से मुस्लिम समाज में आक्रोष फैल गया। जिसको लेकर शहर काजी की अध्यक्षता में उलेमाओं व समाजिक संगठनों की बैठक की गई जिसमें चार प्रस्ताव पारित किया गए। जिसमें निर्णय लिया गया कि राज्य बाल संरक्षक आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना के खिलाफ जो भी कार्रवाई होगी वह कानूनी के दायरे में रहकर होगी। उलेमा राज्यपाल, मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से मिलकर मामले की शिकायत करेंगे। बैठक में मदरसों की मान्यता के लिए मान्यता कमेटी गठित करने व समकक्षता को लेकर निर्णय लिया गया। साथ ही निर्णय लिया गया कि शुक्रवार को मदरसा शिक्षक विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे।डॉ. गीता खन्ना को भी पत्र भेज दो दिन में खेद व्यक्त करने को कहा गया हैं।शहर क़ाज़ी मौलाना मोहम्मद अहमद क़ासमी ने कहा कि इस प्रकार की अपमानित करने वाली हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता,गीता खन्ना ओर उनकी टीम मदरसे का निरक्षण करने पहुंची थी, इस दरैरान उन्होने जुते पहने हुए ही मस्जिद में प्रवेश किया, जब उनको टोका गया तो उन्होने अभ्रद व्यवहार किया। पत्र में कहा गया है कि टीम मदरसा जामियातुस सलाम अल इस्लामिया आजाद कॉलोनी देहरादून में औचक निरीक्षण के दौरान मस्जिद व मदरसे में क़ुरआन पढ़ने की जगह जूते पहने हुए दाखिल हुए, जो कि मस्जिद के पवित्र स्थान की बे अदबी हैं, जिससे मुसलमानों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है।टीम द्वारा मदरसे व मस्जिद के पवित्र स्थल की जो बे अदबी व अपमान किया गया हैं, उस पर दो दिन में सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करने की मांग की गई है। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर माफी नही मांगी जाती तो मुस्लिम समाज क़ानूनी कार्यवाही के लिए बाध्य होगा।अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब व जिला अधिकारी से मुलाकात करने वालों में जमीअत उलेमा-ए-हिंद देहरादून के जिला अध्यक्ष मुफ्ती रईस अहमद क़ासमी, उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार, महासचिव खुर्शीद अहमद, इनाम अली, मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी, उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी, सद्दाम कुरैशी, मौलाना हाशिम उमर, महासचिव आसिफ हुसैन, इरशाद अली, मुदस्सिर खान, मुफ्ती अयाज़ अहमद व मौलाना मंजर आलम आदि मौजूद रहे।